प्रस्तावना
कक्षा 6 की हिंदी पुस्तक ‘मल्हार’ में शामिल पाठ "मेरी माँ" स्वतंत्रता सेनानी श्री रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ द्वारा लिखित आत्मकथा का एक मार्मिक अंश है। इस पाठ में लेखक ने अपनी माँ के प्रति अपार श्रद्धा और भावनात्मक संबंध को दर्शाया है। यह आत्मकथात्मक अंश हमें न केवल एक वीर क्रांतिकारी की मानसिकता को समझने का अवसर देता है, बल्कि उसकी माँ के त्याग और प्रेरणा को भी उजागर करता है।
🔹 रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ का चरित्र-चित्रण
1. देशभक्त और क्रांतिकारी:
बिस्मिल ने छोटी उम्र से ही भारत को स्वतंत्र कराने का संकल्प ले लिया था। उन्होंने अंग्रेज़ों के अत्याचारों का डटकर सामना किया और अंततः फाँसी की सजा पाई।
2. सत्यनिष्ठ और निडर:
एक दीवानी मुकदमे में झूठे हस्ताक्षर करने से इनकार कर देना उनकी सत्यप्रियता को दर्शाता है।
3. भावुक और संवेदनशील:
अपनी माँ के योगदान को वे पूरे जीवन का मूल मानते हैं और उन्हें कई बार ईश्वर तुल्य बताते हैं।
4. साहित्यिक रुचि वाले:
बिस्मिल अच्छे शायर और लेखक थे। उन्होंने जेल में रहते हुए आत्मकथा 'निज जीवन की एक छटा' चोरी-छिपे लिखी।
5. नैतिक और अनुशासित:
उन्होंने जीवन में कभी अपने संकल्प से समझौता नहीं किया और माँ के मूल्यों पर अडिग रहे।
👩🦰 लेखक की माँ का चरित्र-चित्रण
1. प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक:
बिस्मिल की माँ ने सदैव अपने पुत्र को नैतिक और आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
2. त्यागमयी और सहनशील:
उन्होंने बेटे की देशसेवा में रुकावट न बनने के लिए स्वयं को समाज और परिवार की बातों से ऊपर रखा।
3. शिक्षा के प्रति उत्सुक:
विवाह के कई वर्षों बाद उन्होंने हिंदी सीखनी शुरू की और अपनी बेटियों को भी शिक्षित किया।
4. आत्मविश्वासी और नारी-शक्ति की मिसाल:
वे कहती थीं कि शत्रु को भी कभी प्राणदंड न दिया जाए – यह सोच उनके गहरे नैतिक चरित्र को दर्शाती है।
5. ममतामयी और भावुक:
उन्होंने अपने पुत्र के बलिदान को स्वाभिमान के रूप में स्वीकार किया, न कि दुख के रूप में।
💡 निष्कर्ष
पाठ “मेरी माँ” केवल मातृप्रेम की व्याख्या नहीं करता, यह एक महान क्रांतिकारी के व्यक्तित्व निर्माण की कहानी भी है, जिसमें उसकी माँ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पाठ आज भी विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों, सत्य, साहस और मातृभक्ति की प्रेरणा देता है।
📌 FAQ:
Q1. रामप्रसाद बिस्मिल की आत्मकथा का नाम क्या है?
👉 निज जीवन की एक छटा
Q2. पाठ "मेरी माँ" का मुख्य संदेश क्या है?
👉 मातृत्व का सम्मान, सत्य के मार्ग पर चलना और देशभक्ति।
Q3. लेखक की माँ ने कौन-सी शिक्षा दी थी?
👉 सत्य बोलना, दृढ़ रहना, किसी की प्राणहानि न करना।
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✅ यह पोस्ट CBSE एवं NEP 2020 आधारित पाठ योजना तैयार करने वालों, विद्यार्थियों और शिक्षकों – सभी के लिए उपयोगी है।
📌 लेखिका: Hindi Ki Asha
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