कक्षा - 5
विषय: हिंदी
पुस्तक का नाम: अनुभूति
पाठ 10 - ऐसे थे शास्त्री जी
पाठ योजना: "ऐसे थे शास्त्री जी"
कक्षा - पाँचवीं
पाठ - 10 ऐसे थे शास्त्री जी
SDG-1 (गरीबी उन्मूलन)
पाठ के संबंध में – इस
पाठ में लाल बहादुर शास्त्री जी के विद्यार्थी जीवन की एक घटना का वर्णन है। एक दिन
उनके अध्यापक ने सभी छात्रों से कहानी की पुस्तक लाने को कहा। शास्त्री जी के पास पुस्तक
खरीदने के पैसे नहीं थे, इसलिए वे उदास हो गए। उनके सहपाठी गोलू ने उन्हें अपनी पुस्तक
उधार दी। शास्त्री जी ने पूरी रात सड़क की बत्ती की रोशनी में बैठकर पुस्तक की नकल
कॉपी में उतार ली।
अगले दिन जब अध्यापक ने पुस्तक
मांगी और शास्त्री जी के पास नहीं थी, तो वे क्रोधित हो गए। गोलू ने शास्त्री जी की
कॉपी दिखाकर बताया कि उन्होंने पूरी रात जागकर पुस्तक की नकल की है। अध्यापक ने उनकी
मेहनत की सराहना की और भविष्यवाणी की कि वे एक दिन बड़े आदमी बनेंगे, जो सच हुआ जब
शास्त्री जी भारत के प्रधानमंत्री बने।
पूर्व ज्ञान-
· भारत
के प्रधानमंत्री कौन हैं?
· अब तक भारत
में कौन-कौन से प्रधानमंत्री रह चुके हैं?
· क्या
आप कभी रात में पढ़ाई करते हैं? अगर आपके पास रोशनी न हो तो आप क्या करेंगे?
सीखने
के उद्देश्य
· छात्र लाल बहादुर शास्त्री जी के बचपन
की इस घटना के माध्यम से उनके सरल, ईमानदार, और मेहनती व्यक्तित्व को समझ पाएंगे।
· छात्र समझेंगे कि कठिन परिस्थितियों का सामना कैसे करना
चाहिए और कैसे संकल्प और धैर्य से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है।
· छात्र पाठ में शास्त्री जी द्वारा अपनाई गई समस्या समाधान
विधि को समझकर, अन्य वैकल्पिक समाधान भी सुझा सकेंगे।
पाठ का प्रस्तुतीकरण - अध्यापिका द्वारा छात्रों को पाठ पढ़ने के लिए कहा जाएगा तथा अनुवाद के लिए अध्यपिका द्वारा सहायता की जाएगी । अध्यापिका द्वारा छात्रों से पाठ का सार सुना जाएगा । पाठ और व्याकरण के उपविषय को समझने हेतु विभिन्न प्रकार के वी0 टी0 आर0 और गतिविधियों का समावेश किया जाएगा I पुस्तक अभ्यास प्रश्नोत्तर के माध्यम से छात्रों का पाठ के सन्दर्भ में मूल्यांकन किया जाएगा तथा व्याकरण ज्ञान में वृद्धि की जाएगी ।
समूह चर्चा: छात्रों से सवाल पूछे जाएँगे जैसे, " अगर वे उस बालक की जगह होते तो क्या
करते।“
हमने जाना –
· लाल बहादुर शास्त्री जी का बचपन से ही ईमानदार और मेहनती
स्वभाव था।
· संसाधनों की कमी के बावजूद उन्होंने अपने संकल्प और मेहनत से कठिनाइयों का सामना
किया।
· मित्रता और सहायता के महत्व को समझा और उसे जीवन में अपनाया।
· धैर्य, मेहनत, और सही मार्गदर्शन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता
है।
· शास्त्री जी की जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि सच्चाई और ईमानदारी से जीवन में
महान ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
बहु बौद्धिकता और वी0टी0आर0 (Multiple Intelligence) |
कला समेकित / विषय समेकित |
कौशल विकास |
ब्लूम टक्सॉनॉमी |
पाठ – 10 ऐसे थे शास्त्री जी Color, Symbol, Image
(CSI) का उपयोग 1) Color
(रंग):छात्रों को शास्त्री जी के जीवन, व्यक्तित्व, और संघर्ष को दर्शाने के लिए एक रंग चुनने के लिए कहें। विचार: छात्रों से पूछें कि उन्होंने जो रंग चुना है, वह शास्त्री जी के किस पहलू को दर्शाता है। 2) Symbol
(प्रतीक): छात्रों से कहें कि वे शास्त्री जी के जीवन और आदर्शों का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक प्रतीक चुनें। विचार: छात्रों से पूछें कि उन्होंने जो प्रतीक चुना है, वह शास्त्री जी के जीवन से कैसे जुड़ता है। 3) Image
(चित्र): छात्रों से कहें कि वे शास्त्री जी के जीवन की किसी महत्वपूर्ण घटना या विचार को चित्रित करें। विचार: छात्रों से पूछें कि इस चित्र ने उनके लिए शास्त्री जी के किस मूल्य को सबसे अधिक स्पष्ट किया है। |
दृश्य कला/ इतिहास |
विश्लेषणात्मक कौशल, आत्मचिंतन कौशल,
संचार कौशल, आलोचनात्मक चिंतन कौशल |
ज्ञान, समझ, विश्लेषण, सृजन,
मूल्यांकन |
VARK मॉडल (दृश्य, श्रवण, पढ़ना/लिखना) · शास्त्री जी पर वीडियो
दिखाई जाएगी । इसके बाद, छात्रों से चर्चा करना कि उस वीडियो से उन्होंने क्या सीखा। https://www.youtube.com/watch?v=XM9ZzS0BgAs · माइंड-मैप: छात्रों को शास्त्री
जी की जीवन यात्रा के बारे में समझने में मदद करने के लिए माइंड-मैप दिखाया जाएगा। · प्रश्नोत्तरी – ‘ऐसे थे शास्त्री जी' पाठ के आधार पर छात्रों को 10 प्रश्नों की एक प्रश्नोत्तरी
बनाने के लिए दी जाएगी। |
दृश्य कला, इतिहास दृश्य कला, इतिहास दृश्य कला, इतिहास |
सुनने की क्षमता, भावनाओं की समझ, मौखिक अभिव्यक्ति समीक्षा और विश्लेषण,
भावनात्मक
समझ आलोचनात्मक चिंतन,
स्मरण
शक्ति,
समय
प्रबंधन,
ज्ञान
का
अनुप्रयोग |
ज्ञान, समझ, अनुप्रयोग, विश्लेषण, संश्लेषण, मूल्यांकन |
सोचो और बताओ यदि आप बालक लाल बहादुर के स्थान
पर होते तो क्या करते? |
कला, लेखन, और संचार |
समस्या समाधान, संवाद कौशल, विश्लेषणात्मक कौशल |
ज्ञान, समझ, विश्लेषण, संश्लेषण, |
गतिविधि – कक्षा के सभी विद्यार्थियों को चार
समूहों में विभाजित कर भारत के विभिन्न क्षेत्रों के किन्हीं 20 महान विभूतियों के
नाम तथा उनकी उपलब्धियाँ पता करके चित्र सहित एक पत्रिका तैयार करना ,पत्रिका का
कवर बनाकर पत्रिका का एक नाम भी रखो। |
इतिहास, समाजशास्त्र, और कला |
सामूहिक
कार्य कौशल, अनुसंधान कौशल, सृजनात्मकता, प्रस्तुति
कौशल |
ज्ञान, समझ, अनुप्रयोग, विश्लेषण, संश्लेषण, मूल्यांकन |
गृहकार्य (समूह
कार्य/प्रोजेक्ट/दत्तकार्य):
छात्रों को लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन से संबंधित एक अनुच्छेद लिखने के लिए कहें, जिसमें वे उन गुणों का उल्लेख करें जो उन्हें सबसे अधिक प्रभावित करते हैं।
पुनर्कथन:
· "शास्त्री जी ने रात भर जागकर क्या किया?"
· "अध्यापक की प्रतिक्रिया क्यों बदली?"
· "इस
कहानी से आपको क्या सिखने को मिला?"
सीखने के प्रतिफल:
विद्यार्थी कहानी को पढ़कर-
·
छात्र पाठ से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझ सकेंगे।
· छात्र शास्त्री जी की जीवनशैली से प्रेरित होकर अपनी गतिविधियों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित होंगे।
· छात्र अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकेंगे।
उपचारात्मक पैमाने:
छात्र
का
नाम |
कक्षा/विभाग |
आवश्यक कदम
ब्यौरा |
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अध्यापक के हस्ताक्षर: समन्वयक के हस्ताक्षर:
प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर:
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