परिचय:
कागज हमारे दैनिक जीवन का एक आवश्यक हिस्सा है। चाहे वह किताबें हों, नोट्स, या कला के लिए उपयोग किए जाने वाले स्केच, कागज की आवश्यकता हर जगह महसूस होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कागज कैसे बनता है? इस ब्लॉग पोस्ट में, हम एक मित्र को लिखे गए पत्र के माध्यम से कागज बनाने की संपूर्ण प्रक्रिया का वर्णन करेंगे। हम जानेंगे कि किस प्रकार विशेष पेड़ों से कागज के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री प्राप्त की जाती है, और इस प्रक्रिया में पर्यावरण की भूमिका क्या है। साथ ही, हम कागज के सही उपयोग के महत्व पर भी चर्चा करेंगे। आइए इस रोचक यात्रा की शुरुआत करते हैं!
अनौपचारिक पत्र लेखन - कागज बनाने की प्रक्रिया का वर्णन करते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखो-
11-सी, अरावली
दिल्ली 26 जून, 20XX
प्रिय गौरांग,
सप्रेम नमस्कार
मैं यहाँ कुशलपूर्वक रहकर आशा करता हूँ कि तुम भी सकुशल होगे। तुमने मेरे जन्मदिन पर जो पुस्तकें उपहार में भेजी थी। वह मुझे बहुत पसंद आई। पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र होती हैं। पुस्तक बनाने में जो कागज उपयोग होता है वह हमें विशेष प्रकार के पेड़ों से मिलता है। कॉटन, फ्लैक्स, हैम्प, बांस के पेड़ों से लकड़ी मिलती है उसको मशीनों द्वारा पीसा जाता है व उसका पल्प बनाया जाता है। पल्प में सेल्युलोज व लिग्निन होता है। कागज्ज बनाने के लिए पल्प को सुखाकर सारा पानी निकालते हैं व गरम रोलर पर कागज का निर्माण होता है। कागज को सफेद बनाने के लिए ब्लीच का उपयोग करते हैं। कागज निर्माण प्रक्रिया में पेड़ों का उपयोग होता है इसलिए हमें कागज का दुरुपयोग बिलकुल नहीं करना चाहिए। मैं अपनी प्रत्येक कॉपी का प्रत्येक पेज लिखने के काम में लेता हूँ। आशा है कागज निर्माण प्रक्रिया जानने के बाद तुम भी सभी कागज का सही उपयोग करोगे।
पूज्य चाचा जी और चाची जी को सादर चरण स्पर्श।
पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा में,
तुम्हारा मित्र
मानव
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