कक्षा - 3
विषय: हिंदी
पुस्तक का नाम: अनुभूति
पाठ संख्या: 1
पाठ का नाम - सुबह
सुबह जल्दी उठने से शरीर स्वस्थ व मन प्रसन्न रहता है। सूर्योदय से पहले उठने से मन में उमंग व उत्साह का संचार होता है व सारे काम समय पर समाप्त हो जाते हैं।
सूरज की किरणें आती हैं,
सारी कलियाँ खिल जाती हैं।
अंधकार सब खो जाता है,
सब जग सुंदर हो जाता है।
चिड़ियाँ गाती हैं मिल-जुलकर.
बहते हैं उनके मीठे स्वर।
ठंडी-ठंडी हवा सुहानी,
चलती है जैसे मस्तानी।
यह प्रातः की सुखवंला है,
धरती का सुख अलबेला है।
नई ताञ्जगी, नई कहानी,
नया जोश पाते हैं प्राणी।
खो देते हैं आलस सारा.
और काम लगता है प्यारा।
सुबह भली लगती है उनको,
मेहनत प्यारी लगती जिनको।
मेहनत सबसे अच्छा गुण है.
आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है।
अगर सुबह भी अलसा जाए,
तो क्या जग सुंदर हो पाए।
श्री प्रसाद
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