अनौपचारिक पत्र लेखन
पत्र लेखन के द्वारा हम दूर स्थित सगे-संबंधियों, कार्यालय के अधिकारियों, व्यापारियों और मित्रों के साथ मन के विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं।
पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पत्र किसको लिखना है और उसमें क्या समाचार लिखना है।
2. जिस को पत्र लिखना है उससे संबंध और उसके पद के अनुसार शिष्टाचार पूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
3. पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
4. पत्र का आरंभ और समाप्ति अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
5. पता लिखते समय पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए।
6. पत्र में व्यर्थ की बातें नहीं लिखनी चाहिए और ना ही पत्र में अभिमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
मित्र के पिता के निधन पर शोक प्रकट करने के लिए पत्र।
परीक्षा भवन
दिल्ली
11 अक्टूबर, 2021
प्रिय अंकुर
तुम्हारे पिताजी का कार दुर्घटना में निधन हो जाने का समाचार पाकर मैं स्तब्ध रह गया। मैं अपने मन के भावों को प्रकट करने में असमर्थ हूॅं। मैं और मेरे परिवार के सभी सदस्य इस असहनीय शोक में तुम्हारे साथ हैं। अब तुम पर अधिक जिम्मेदारी आ गई है। इसलिए खूब मन लगाकर पढ़ना और स्वर्गीय पिता जी के सपनों को पूरा करना।
अपनी माता जी को भी हम सब की ओर से सांत्वना देना।
तुम्हारा शोकसंतप्त मित्र
अनुराग
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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