बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
बेटों की तरह बेटियां भी हमारे देश का भविष्य है। यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि कुछ राज्यों में बेटों की तुलना में बेटियों को लिंग अनुपात काफी घट गया है। इसके लिए कन्या भ्रूण हत्या, परिवार में बेटियों को कम महत्व देना, उनके लालन-पालन में लापरवाही बरतना जैसे कारण ज़िम्मेदार हैं। माता पिता कन्याओं को बोझ समझते हैं, लेकिन सच तो यह है की इनके बिना वंश नहीं चल सकता। कन्याओं ने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता अर्जित कर अपने परिवार, समाज और देश का नाम रोशन किया है। इसलिए भारत सरकार ने बेटी बचाने और उन्हें पढ़ाने लिखाने की मुहिम चला रखी है। सुकन्या योजना, लाडली योजना आदि अलग-अलग योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से इन्हें शिक्षा दिलाने, कुपोषण से मुक्त करने तथा इनका भविष्य संवारने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं।
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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