अनौपचारिक पत्र लेखन
पत्र लेखन के द्वारा हम दूर स्थित सगे-संबंधियों, कार्यालय के अधिकारियों, व्यापारियों और मित्रों के साथ मन के विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं।
पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पत्र किसको लिखना है और उसमें क्या समाचार लिखना है।
2. जिस को पत्र लिखना है उससे संबंध और उसके पद के अनुसार शिष्टाचार पूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
3. पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
4. पत्र का आरंभ और समाप्ति अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
5. पता लिखते समय पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए।
6. पत्र में व्यर्थ की बातें नहीं लिखनी चाहिए और ना ही पत्र में अभिमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
विदेश यात्रा पर जाने वाले मित्र को उसकी मंगलमय यात्रा की कामना का पत्र
3250 शिमला रोड, कसौली
हिमाचल प्रदेश
6 दिसंबर 2022
प्रिय मित्र भावेश
सप्रेम नमस्ते
तुम्हारा पत्र कल ही प्राप्त हुआ। यह जानकर अत्यंत खुशी हुई है कि तुम 15 जनवरी को विदेश यात्रा पर जा रहे हो। इस सुअवसर का स्वप्न तुम बचपन से देखा करते थे।
आज तुम्हारा सपना सच होने जा रहा है। मेरी तरफ से तुम्हें ढेरों शुभकामनाएँ। ईश्वर करे तुम्हारी यात्रा सफल हो। वहां जाकर मुझे पत्र लिखते रहना और अपने विदेश के अनुभव से परिचित कराते रहना।
चाचा जी और चाची जी को मेरा सादर प्रणाम और अन्य सभी छोटे बड़ों को मेरा उचित अभिवादन।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
अक्षत
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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