Poem on Counting In Hindi ll Ginti Poem in Hindi
गिनती
एक बाग में बंदर दो
दिनभर शोर मचाते वो।
तीन तितलियाँ उड़ती वहाँ
चार गुलाब के पौधे जहाँ।
पाँच गिलहरियाँ खेलती खेल
जैसे फूलों से बढ़ाती हों अपना मेल।
छह झूलों पर झूल रहे बच्चे
सात रंगों का लेकर नाम
आठ से लेकर नौ बजे तक
करेंगे वे सब फिर व्यायाम
गिनती के हो गए पूरे दस
खुश होकर सब पीना फलों का रस।
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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