अनौपचारिक पत्र लेखन
पत्र लेखन के द्वारा हम दूर स्थित सगे-संबंधियों, कार्यालय के अधिकारियों, व्यापारियों और मित्रों के साथ मन के विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं।
पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पत्र किसको लिखना है और उसमें क्या समाचार लिखना है।
2. जिस को पत्र लिखना है उससे संबंध और उसके पद के अनुसार शिष्टाचार पूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
3. पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
4. पत्र का आरंभ और समाप्ति अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
5. पता लिखते समय पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए।
6. पत्र में व्यर्थ की बातें नहीं लिखनी चाहिए और ना ही पत्र में अभिमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
पुरस्कार मिलने की सूचना देते हुए नानाजी को पत्र लिखिए।
परीक्षा भवन
दिल्ली
18 अक्टूबर, 2021
पूज्य नाना जी,
सादर चरण स्पर्श
आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि आज मुझे 10वीं की बोर्ड की परीक्षा में श्रेष्ठ अंक लाने के लिए 'प्रतिभाशाली मोहयाल विद्यार्थी सम्मान' से सम्मानित किया गया है। जनरल मोहयाल सभा द्वारा नई दिल्ली में आयोजित इस समारोह में 70% से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। संस्था के अध्यक्ष बी डी बाली द्वारा मुझे सम्मान पत्र और सुंदर कलाई घड़ी दी गई।
आपके आशीर्वाद और उचित मार्गदर्शन के कारण ही मैं 90% अंक प्राप्त कर सका। आदरणीय नानी जी को मेरा प्रणाम कहिएगा।
आपका प्रिय नाती
ध्रुव
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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