कक्षा 3 हिंदी व्याकरण पाठ - 9 सर्वनाम
प्रिया गुंजन की सहेली है। प्रिया मुंबई में रहती है। प्रिया को समुद्र के किनारे बैठना बहुत अच्छा लगता है। एक दिन प्रिया ने माँ से कहा कि प्रिया तैराकी सीखेगी। माँ हँसकर बोलीं-"क्या प्रिया को तैरना अच्छा लगता है?" प्रिया बोली- "माँ, प्रिया को तैरना इतना पसंद है कि प्रिया बड़े होकर तैराक बनेगी।" प्रिया की बात सुनकर माँ मुसकराने लगीं।
ऊपर दिया गया गद्यांश प्रिया के बारे में है, पर बार-बार प्रिया शब्द का प्रयोग होने से यह पढ़ने तथा बोलने में अच्छा नहीं लग रहा है।
अगर इसी गद्यांश को इस प्रकार लिखा जाए, तो पढ़ने में अच्छा लगेगा-
प्रिया गुंजन की सहेली है। वह मुंबई में रहती है। उसे समुद्र के किनारे बैठना बहुत अच्छा लगता है। एक दिन उसने माँ से कहा कि मैं तैराकी सीखूँगी। माँ हँसकर बोलीं-"क्या तुम्हें तैरना अच्छा लगता है?" वह बोली- "माँ, मुझे तैरना इतना पसंद है कि मैं बड़े होकर तैराक बनूँगी।" उसकी बात सुनकर माँ मुसकराने लगीं।
आपने देखा कि दूसरे गद्यांश में प्रिया की जगह वह, उसे, उसने, मैं, तुम्हें, मुझे और उसकी शब्दों का प्रयोग किया गया है। ये सर्वनाम शब्द हैं, वहीं प्रिया संज्ञा शब्द है।
" जिन
शब्दों का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं।“ |
विशेष बिंदु-
• प्रत्येक संज्ञा शब्द के लिए सर्वनाम का प्रयोग किया जा सकता है।
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग हम अपनी भाषा में करते हैं। उनकी सूची इस प्रकार है-
अब तक हमने सीखा
* जिन शब्दों का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं।
* इनसे भाषा सुंदर बनती है।
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