अनुभूति कक्षा 4 पाठ - 5, 6, 8 के प्रश्न-उत्तर
पाठ - 5 ओणम
1) सही उत्तर चुनकर ✔️लगाइए-
2) प्रश्नों के उत्तर दो-
(क) ओणम मनाए जाने के पीछे कौन सी प्राचीन कथा है?
उत्तर - ओणम मनाने के पीछे प्राचीन कथा यह है कि केरल में महाबली नाम का राजा राज्य करता था। वह प्रजापालक था। उसके राज्य में कोई भेदभाव नहीं था। जनता अपने राजा को बहुत प्यार करती थी। एक बार राजा महाबली को किसी बात का बहुत घमंड हो गया। तब भगवान ने वामन अवतार में महाबली को दंड देने के लिए उसके सिर पर पैर रखकर उसे पाताल लोक में भेज दिया। पर जब भगवान ने जनता का अपने राजा के प्रति प्यार देखा तो उसे प्रतिवर्ष एक दिन अपने राज्य में आने का वरदान दिया। तब से माना जाता है कि राजा महाबली ओणम के दिन ही केरल में आते हैं। इसलिए केरल में इसे हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
(ख) ओणम के दिन लोग क्या करते हैं?
उत्तर - लोग घरों की सफ्राई कर उसे सजाते हैं। नए कपड़े खरीदते हैं। घर में फूलों की रंगोली बनाते हैं। लोग पेड़ों पर झूला झूलते हैं। स्त्रियाँ गायन के साथ सामूहिक नृत्य करती है।
(ग) 'पुलकलि' क्या है? इसमें क्या होता है?
उत्तर - पुलकलि एक प्रकार का लोकनृत्य होता है। इस नृत्य के कलाकार बाघ का वेश बनाकर ढोल-ढपली पर नाचते-गाते हैं। प्रकृति से जुड़ा यह एक अद्भुत त्योहार है।
लिखित
(क) ओणम कब तथा क्यों मनाया जाता है?
उत्तर - ओणम प्रतिवर्ष श्रवण नक्षत्र में मनाया जाता है। केरल का यह प्रमुख त्योहार अच्छी फसल होने की खुशी में मनाया जाता है।
(ख) भगवान वामन ने महाबली को दंड देने के लिए क्या किया?
उत्तर - भगवान वामन ने महाबली को दंड देने के लिए उसके सिर पर पैर रखकर उसे पाताल लोक भेज दिया।
(ग) ओणम के दिन घरों में किसकी रंगोली बनाई जाती है?
उत्तर - ओणम के दिन घरों में फूलों की रंगोली बनाई जाती है।
(घ) कथकली नृत्य किन कथाओं पर आधारित होता है?
उत्तर - कथकली नृत्य रामायण, महाभारत आदि कथाओं पर आधारित होता है।
सभी भारतीय त्योहार किस प्रकार भारतीय संस्कृति की पहचान हैं?
(ङ) सभी भारतीय त्योहार किस प्रकार भारतीय संस्कृति की पहचान हैं?
उत्तर - भारत की संस्कृति बहुत पुरानी है। सभी भारतीय त्योहार मनाने के पीछे लोगों की मान्यताएँ व आस्था जुड़ी हैं। त्योहार मनाने से युवा व नव पीढ़ी को संस्कृति के बारे में बताया जाता है। किसी भी त्योहार को क्यों, कब व कैसे मनाया जाता है की जानकारी त्योहार मनाने से मिलती है व लोग अपनी संस्कृति से जुड़े रहते हैं। इसलिए सभी भारतीय त्योहार भारतीय संस्कृति की पहचान हैं।
3. "भारत में अनेकता में एकता है।" कैसे? सोच कर उत्तर दो।
भारत एक विशाल देश है, जिसमें प्रत्येक प्रांत की अपनी संस्कृति, भाषा, रहन-सहन, रिवाज, त्योहार आदि है। भारत में अनेकता में भी एकता है। सभी भारतवासी अपनी मातृभूमि से प्यार करते हैं, मिलजुल कर रहते हैं व देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार होते हैं। हमारे राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गाँधी जयंती है. जिसे सभी देशवासी हर्ष और उल्लास से मनाते हैं। इस तरह भारत में हमें विविधता में एकता देखने को मिलती है।
पाठ - 6 विनम्रता हमारी पहचान
1) सही उत्तर चुनकर ✔️लगाइए-
(क) जॉर्ज वॉशिंगटन कहाँ के राष्ट्रपति थे?
अफ्रीका के ( ) अमेरिका के ( ✔️ ) इंशलैंड के ( )
(ख) रास्ते में किसका काम चल रहा था?
पुल निर्माण का ( ) बाँध निर्माण का ( ) भवन-निर्माण का (✔️)
(ग) ठेकेदार क्या कर रहा था?
मजदूरों को डाँट रहा था। ( ✔️ ) मजदूरों की मदद कर रहा था। ( ) काम पर ध्यान नहीं दे रहा था। ( )
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-
भौखिक
(क) जॉर्ज वॉशिंगटन बाहर क्यों आए थे?
उत्तर - जॉर्ज वॉशिंगटन शहर के लोगों का हाल-चाल जानने के लिए बाहर आए थे।
(ख) पत्थर ऊपर क्यों नहीं जा रहा था?
उत्तर - पत्थर बहुत भारी होने के कारण ऊपर नहीं जा रहा था।
(ग) राष्ट्रपति ने ठेकेदार को क्या सीख दी?
उत्तर - राष्ट्रपति ने ठेकेदार से कहा मेहनत करने से कोई छोटा नहीं हो जाता है, जो लोग दूसरों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते हैं, वे ही समाज में प्रतिष्ठा हासिल करते हैं।
लिखित
(क) मजदूर क्या प्रयास कर रहे थे?
उत्तर - कुछ मजदूर एक बहुत भारी पत्थर इमारत के ऊपर ले जाने का प्रयास कर रहे थे।
(ख) ठेकेदार क्या सोचकर मजदूरों की मदद नहीं कर रहा था?
उत्तर - ठेकेदार सोच रहा था कि वह मजदूर नहीं ठेकेदार है। उसका काम दूसरों से काम करवाना है।
(ग) ठेकेदार का जवाब सुनकर राष्ट्रपति ने क्या किया?
उत्तर - ठेकेदार का जवाब सुनकर राष्ट्रपति ने स्वयं पत्थर उठाने में मजदूरों की मदद की।
(घ) जीवन में ऊँचाइयाँ पाने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर - जीवन में ऊँचाइयाँ हासिल करने के लिए व्यवहार में विनम्रता होना बहुत आवश्यक है।
(ङ) हमें दूसरों की मदद क्यों करनी चाहिए?
उत्तर - हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए। मदद करने से हम छोटे नहीं बन जाते बल्कि लोगों की नजर में हमारा सम्मान और भी बढ़ जाता है।
3. सही कथन पर ✔️ तथा गलत कथन पर X लगाओ-
(क) जॉर्ज वॉशिंगटन भाषण देने बाहर निकले थे। ( X)
(ख) ठेकेदार मजदूरों को काम न करने के कारण डाँट रहा था। (✔️)
(ग) ठेकेदार राष्ट्रपति को नहीं पहचान पाया। (✔️)
(घ) ठेकेदार ने राष्ट्रपति से माफ़ी माँगी। (✔️)
2. दिए गए वाक्यों में से संज्ञा तथा सर्वनाम सुनकर लिखो-
(क) वे शहर के बाहर निकले।
संज्ञा - शहर सर्वनाम - वे
(ख) विनम्रता हमारी पहचान होती है।
संज्ञा - विनम्रता सर्वनाम - हमारी
(ग) उसने तुरंत उनके पैर पकड़ लिए।
संज्ञा - पैर सर्वनाम - उसने, उनके
(घ) तुम मजदूरों को मदद करी।
संज्ञा - मजदूरों सर्वनाम - तुम
(ङ) उन्होंने मजदूरों को काम करते देखा।
संज्ञा - मजदूरों सर्वनाम - उन्होंने
पाठ - 5 मेरी बिटिया
1. सही उत्तर चुनकर ✔️ लगाओ
(क) कवयित्री की बेटी की आँखें कैसी है?
काली ( ✔️) भूरी ( ) नीली ( )
(ख) कवयित्री अपनी बेटी को क्या करने से मना कर रही है?
बोलने से ( ) हँसने से ( ) रोने से (✔️)
(ग) बेटी के आने से किसका नव श्रृंगार हुआ है?
कवयित्री का ( ) घर का (✔️) धूप का ( )
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-
मौखिक
(क) चंदा की शीतल किरणों पर कौन आई?
उत्तर - चंदा को शीतल किरणों पर एक राजकुमारी आई।
(ख) कवयित्री को अपनी बेटी कैसी लगती है?
उत्तर - कवयित्री को अपनी बेटी कभी सुबह की ओस व कभी शाम सुहानी जैसी बहुत प्यारी लगती है।
( ग) किसके आने से घर का नव श्रृंगार हो गया है?
उत्तर -कवयित्री की बेटी के घर आने से घर का नव श्रृंगार हो गया है।
लिखित
क) बेटी की हँसी कैसी है?
उत्तर - बेटी की हँसी खिली धूप के समान है। (
(ख) बेटी के आने से घर में क्या-क्या बदलाव आए है?
उत्तर - बेटी के आने से घर का नव श्रृंगार हुआ है। घर में उजियारा फैला है व घर में हँसी खुशी का वातावरण बन गया है।
(ग) बेटी की सूरत कैसी है?
उत्तर - बेटी का रंग उजला, काले नैन हैं व बंद कली के समान भोली सूरत है।
(घ) कवयित्री अपनी बेटी से क्या कहती है?
उत्तर -कवयित्री अपनी बेटी को कहती है कि वह कितनी प्यारी है व उसके आने से घर में खुशियों आई है वह पर की शात व मान है। बेटी को इस पर की हंसी-खुशी सपा सजाएँ रखनी है।
3. पंक्तियाँ पूरी करो-
मेरे दिल की रानी हो तुम,
सबकी सोन परी हो।
सूरज की लाली चेहरे पर,
कुंदन सी शुद्ध खरी हो।
4. दी गई पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट करो -
इस घर की हो शान तुम्हीं,
और मेरा मान तुम्हीं से।
सदा सजाए रखना तुम.
इस घर को हँसी-खुशी से।
उत्तर -कवयित्री अपनी बेटी को अपने घर की शान व इज्ज़त मानती है व कहती है मेरा मान, सम्मान तुमसे ही है। तुम इस घर को हमेशा हँसी खुशी से सजाकर रखना।
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