अनौपचारिक पत्र लेखन
पत्र लेखन के द्वारा हम दूर स्थित सगे-संबंधियों, कार्यालय के अधिकारियों, व्यापारियों और मित्रों के साथ मन के विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं।
पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पत्र किसको लिखना है और उसमें क्या समाचार लिखना है।
2. जिस को पत्र लिखना है उससे संबंध और उसके पद के अनुसार शिष्टाचार पूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
3. पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
4. पत्र का आरंभ और समाप्ति अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
5. पता लिखते समय पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए।
6. पत्र में व्यर्थ की बातें नहीं लिखनी चाहिए और ना ही पत्र में अभिमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
अस्वस्थ होने के कारण अंतर्विद्यालयीय क्रिकेट मैच न खेल पाने के लिए मित्र को सांत्वना पत्र लिखिए।
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक 2 मार्च 2023
प्रिय मनीष
सप्रेम नमस्ते
प्रशांत से तुम्हारे अस्वस्थ होने का समाचार मिला। बड़ा दुख हुआ कि पीलिया हो जाने के कारण तुम अंतर्विद्यालयीय क्रिकेट मैच में नहीं खेल सकोगे। मैं जानता हूँ कि इस मैच को लेकर तुम कितने उत्साहित थे। तुमने जी जान से अभ्यास किया था। तुम्हारी टीम को भी तुमसे बहुत आशा थी, लेकिन मित्र बीमारी पर तो किसी का जोर नहीं है। जीवन की राह में ऐसी अनेक रुकावटें आती ही रहती हैं।
तुम बिल्कुल निराश मत होना। तुम्हें आगे और भी अनेक अवसर मिलेंगे। बस तुम जल्दी से स्वस्थ हो जाओ। हम सब तुम्हारे साथ हैं। चाचा जी और चाची को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
आदित्य
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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