अनौपचारिक पत्र लेखन
पत्र लेखन के द्वारा हम दूर स्थित सगे-संबंधियों, कार्यालय के अधिकारियों, व्यापारियों और मित्रों के साथ मन के विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं।
पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पत्र किसको लिखना है और उसमें क्या समाचार लिखना है।
2. जिस को पत्र लिखना है उससे संबंध और उसके पद के अनुसार शिष्टाचार पूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
3. पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
4. पत्र का आरंभ और समाप्ति अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
5. पता लिखते समय पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए।
6. पत्र में व्यर्थ की बातें नहीं लिखनी चाहिए और ना ही पत्र में अभिमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए पत्र
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक : 13.11.22
प्रिय सोनू
सप्रेम नमस्ते
आज यह पत्र लिखते हुए मुझे अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है। आज से चार दिन बाद तुम्हारा जन्मदिन है। तुम्हें जन्मदिन के शुभ अवसर पर ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाएँ। पहली बार मैं तुम्हारे जन्मदिवस पर उपस्थित नहीं रहूँगा।
मैं तुम्हारे जन्मदिन पर अवश्य शामिल होता लेकिन अचानक मेरी माँ की तबीयत खराब हो जाने के कारण मैं इस जन्म दिवस के शुभ अवसर पर उपस्थित नहीं हो पाऊँगा। इसलिए इस पत्र के माध्यम से यहीं से जन्मदिन की शुभकामनाएँ दे रहा हूँ। मैं ईश्वर से कामना करता हूँ कि यह शुभ दिन बार-बार आए और तुम्हारे जीवन में नई उमंगे, नया उल्लास और खुशियाँ लाए।
चाचा जी और चाची जी को मेरा सादर प्रणाम और अन्य सभी छोटे बड़ों को मेरा उचित अभिवादन।
तुम्हारा मित्र
दीपक
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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