निकुंज हिंदी पाठमाला 5
पाठ - 3 पेड़ घूमने चला ( प्रश्न - उत्तर )
1. सही उत्तर पर (√) का निशान लगाइए -(क) "तुम कहाँ से आ रही हो ?" हवा से किसने पूछा ?
एक छोटे पेड़ ने (√)
एक नन्ही चिड़िया ने
बंदर ने
(ख) बंदर ने क्या शरारत की ?
मिठाई छीन कर खाई।
केले खाए।
बच्चों से टोपियाँ छीनकर पहन लीं। (√)
(ग) छोटे पेड़ के मन में क्या दुःख था ?
वह चल-फिर नहीं पाता था। (√)
वह बंदर की तरह शैतानी नहीं कर पाता था।
वह चिड़िया की तरह उड़ नहीं सकता था।
(घ) उसकी टहनी जलने पर किसने आग बुझाई ?
हवा ने
बादल ने (√)
वर्षा ने
(ड.) पुलिस वाले से पेड़ को किसने बचाया ?
हवा ने
बादल ने
बंदरों ने (√)
2. प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
(क) छोटा पेड़ क्या चाहता था ?
उत्तर - छोटा पेड़ हवा, चिड़िया और बंदर की तरह जगह-जगह घूमना चाहता था।
(ख) अचानक क्या हुआ ?
उत्तर - अचानक छोटे पेड़ को अपनी मज़बूत जड़ें ज़मीन से अलग होती महसूस हुईं और वह आज़ाद हो गया। वह छोटा पेड़ घूमने के लिए शहर की ओर चल दिया।
(ग) छोटे पेड़ की टहनियाँ कैसे जल गईं ?
उत्तर - छोटे पेड़ ने अपनी टहनियाँ बंजारों के चूल्हों में जलती आग पर दे मारीं। इससे टहनियाँ जल गईं।
(घ) दो लड़कों ने क्या किया ?
उत्तर - दो लड़कों ने पेड़ की टहनियाँ तोड़ डालीं। इससे पेड़ को बहुत दर्द हुआ।
(ड.) "हाँ, दुनिया तो देखी, पर वह जंगल से अच्छी नहीं है।" इससे आप क्या समझते हैं ?
उत्तर - पेड़ के दुनिया देखने के अनुभव बहुत पीड़ादायक रहे। बच्चों ने अकारण उसकी टहनियाँ तोड़ डालीं, वाहन चालकों ने उसे परेशान किया और पुलिस वाले ने उसे बाँधकर खींचा। कहीं भी उसे प्रेम, शांति और सम्मान नहीं मिला। इसलिए पेड़ को दुनिया से जंगल अच्छा लगा। इससे हम समझते हैं कि ईश्वर द्वारा बनाया गया नियम हमें नहीं तोड़ना चाहिए।
3. किसने कहा ? सोचकर लिखिए -
वाक्य किसने कहा
(क) "पहले मैं पहाड़ पर गयी। वहाँ मैंने एक शरारत की।" हवा ने
(ख) "मैं एक घर की खिड़की पर बैठ गई और गाना गाने लगी।" चिड़िया ने
(ग) "पहले हम मंदिर गए, जहाँ लोगों ने हमें मिठाई और केले खिलाए।" बंदरों ने
(घ) "बचाओ ! बचाओ ! ये मुझे मार डालेंगे। अरे, कोई तो मुझे बचाओ।" पेड़ ने
(ड.) पेड़ सड़क पर नहीं चलते ! ठहर, तुझे अभी मज़ा चखाता हूँ।" पुलिसवाले ने
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