कक्षा 4 वाटिका हिंदी ( भारती भवन पब्लिकेशन)
पाठ -2 कोई किसी से कम नहीं प्रश्न/उत्तर
प्राची |
सार्थक सिंह |
नित्या |
मौखिक प्रश्न
क. केले ने जब आम को छूने की कोशिश की, तब आम ने उसका हाथ झटक दिया।
ख. केले के पेड़ के पत्ते बड़े-बड़े थे। गनीम की दातुन दाँतों को स्वस्थ रखती है।
म. बरगद की जड़े बरगद की दादी जैसी लग रही थीं।
ङ. आम से चटनी अचार और मुरब्बे बनते है।
लिखित प्रश्न
1. क. केले के पेड़ ने ख. नारियल के पेड़ ने ग. नीम के पेड़ पपीते के पेड़ ने
2. क. मंजरियों
ख. कोयल ग. ते
प. चटाइयाँ / रस्सियाँ
७. संन्यासी
3. क.
उत्तर- आम का पेड़ इसलिए खुश था, क्योंकि वह मंजरियों से भरा हुआ था और उसकी डाली पर कोयल कूक रही थी, जिससे सारा वातावरण गुंजायमान हो रहा था।
ख.
उत्तर- नारियल का पेड़ केले के पेड़ की हिमायत ले रहा था. इसलिए आम का पेड़ नारियल के पेड़ से तुनकर बोला।
ग.
उत्तर-आम के पेड़ ने नारियल के पेड़ से कहा, "अपने आपको देखो, कितने लंबे और पतले हो ऊपर थोड़ी-सी पत्तियाँ लगता है. लंबी सी डीवाला छाता हो।"
म.
उत्तर- नारियल का पानी पीने से शरीर में कभी पानी की कमी नहीं होती है। नारियल की गरी खाने में स्वादिष्ट होती है। नारियल के खोपरे से तेल बना सकते हैं। इसके मजबूत रेशों से तो चटाइयाँ, रस्सियों, दरियाँ तथा पायदान बनते हैं।
ड.
उत्तर- बरगद दादा ने सबको समझाया कि सबमें अलग-अलग गुण होते हैं। कुदरत ने कोई ऐसा पेड़ नहीं बनाया, जिसका उपयोग न हो सभी उपयोगी है। इसलिए मिलकर रहो। इसी में बाग की शोभा है।
4. सुनो और लिखो शिक्षक शब्दों का शुद्ध उच्चारण करते हुए बोलें और छात्र ध्यानपूर्वक सुनकर शब्दों को लिखें।
भाषा वोध
1. पुल्लिंग दाव, आम, छाता, तेल
स्त्रीलिंग मिट्टी, चटाइयाँ, रस्सियाँ, दरियाँ
2. स्त्रीलिंग
पत्ती, छोटी मीठी लंबी दादी
3. क. लंबी-लंबी
ख. बड़े-बड़े
ग. तरह-तरह
म. गरमा-गरमी
ड. अलग-अलग
च. चूस चूसकर
4. क. कड़वा नीम म मजबूत चाइयाँ
ख. कच्चे केले
ग. लंबी पत्तियों
ड. मीठा पल
च. एक बाग
सुनना और बोलना
संकेत-
क. बरगद का तना कैसा होता है?
ख. बरगद कहाँ का राष्ट्रीय वृक्ष है?
ग बरगद की जड़े कहाँ लटकती रहती है?
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