अनौपचारिक पत्र लेखन
पत्र लेखन के द्वारा हम दूर स्थित सगे-संबंधियों, कार्यालय के अधिकारियों, व्यापारियों और मित्रों के साथ मन के विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं।पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पत्र किसको लिखना है और उसमें क्या समाचार लिखना है।
2. जिस को पत्र लिखना है उससे संबंध और उसके पद के अनुसार शिष्टाचार पूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
3. पत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए।
4. पत्र का आरंभ और समाप्ति अच्छे ढंग से होनी चाहिए।
5. पता लिखते समय पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए।
6. पत्र में व्यर्थ की बातें नहीं लिखनी चाहिए और ना ही पत्र में अभिमानपूर्ण शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
मित्र को ग्रीष्मावकाश साथ बिताने के लिए पत्र।
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
27 अगस्त, 2021
प्रिय सखी मीनू
सप्रेम नमस्ते
आज तुम्हारा पत्र मिला। यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इन गर्मी की छुट्टियों में तुम कहीं भ्रमण का कार्यक्रम बना रही हो। मेरी यह हार्दिक इच्छा है कि यह छुट्टियॉं तुम मेरे साथ बिताओ। मैंने ग्रीष्मावकाश में गॉंव जाने का कार्यक्रम बनाया है। गर्मियों में वहॉं सारी दोपहरी आम के बगीचे में आम तोड़ते हुए बिताना तथा शाम को लहराते खेतों में घूमना मन को बहुत सुकून देता है। अगर तुम साथ रहोगी तो यह आनंद दुगना हो जाएगा। मेरी इस योजना पर विचार करना और अपने फैसले से मुझे शीघ्र अवगत कराना।
माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना एवं नकुल को प्यार। पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा में,
तुम्हारी सखी
आशा
GRAMMAR | POEM | 10 LINES | MOTIVATIONAL | GK |
मेरा जन्मदिन | ||||
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