Nikunj 6 Chapter - 3

निकुंज हिंदी पाठमाला 6 

पाठ - 3 स्वावलंबन (प्रश्नोत्तर )

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प्रश्न 1. प्रश्नों के उत्तर लिखिए -
(क) कौन उन्नति की दौड़ में कभी पीछे नहीं रह सकता और क्यों ?
उत्तर - जो व्यक्ति अपने सारे काम अपने आप करता है ; आवश्यकता पड़ने पर दूसरों की सहायता लेता है और दूसरों को सहायता देता है, वह उन्नति की दौड़ में कभी पीछे नहीं रहता।

(ख) स्वाबलंबी व्यक्ति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर - स्वाबलंबी व्यक्ति अपना काम स्वयं करता है. वह विपत्तियों से न घबराकर आत्मबल से अपना मार्ग निश्चित कर लेता है।  केवल आवश्यकता पड़ने पर दूसरों से सहायता लेता है और दूसरों को सहायता देता भी है। 


(ग) विद्यार्थी जीवन में स्वावलंबन का पाठ करना क्यों आवश्यक है ?
उत्तर - विद्यार्थी जीवन से ही स्वावलंबन का पाठ पढ़ना आवश्यक होता है क्योंकि विद्यार्थी जीवन में जैसी नींव पड़ जाती है, उसी पर व्यक्ति का सारा जीवन अवलंबित होता है। 

(घ) एक विद्यार्थी के रूप में आपको क्या-क्या करना चाहिए ?
उत्तर - एक विद्यार्थी के रूप में हमें दूसरों पर निर्भर रहने की आदत नहीं होनी चाहिए। अपने कपड़े धोने और अन्य ऐसे सभी काम खुद करने चाहिए।  बड़े विद्यार्थियों को विद्या अध्ययन के साथ कुछ धन अर्जन करने का प्रयत्न भी करना चाहिए।  चाहे लड़का हो या लड़की, घर गृहस्थी के काम भी सीखने चाहिए क्योंकि यह जीवन के हर मोड़ पर काम आते हैं। 

(ङ) 'यदि हमारे यहां सभी स्वावलंबी बन जाए तो सारा राष्ट्र उन्नत हो जाएगा।' इस कथन का अर्थ समझ कर लिखिए। 
उत्तर - यदि सभी स्वावलंबी बन जाएँगे तो दूसरों पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी। आत्मविश्वास और आत्मबल बढ़ेगा और लक्ष्य को पाना सरल हो जाएगा।  हाथ से किए जाने वाले काम को ओछी दृष्टि से नहीं देखा जाएगा और श्रम को महत्व दिया जाएगा। 

2. निम्नलिखित कथनों का आशय स्पष्ट कीजिए -

(क) जो मनुष्य इस कार्य में पारंगत होता है, उस कार्य में वह अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक उन्नति करता है। 
उत्तर - व्यक्ति जिस काम को करने में कुशल होता है, उसे वह मन लगाकर करता है। पूरे मन से और सारा ध्यान उसी कार्य में लगा होने के कारण उसमें सफलता मिलती है। इससे उन्नति जल्दी होती है। 

(ख) यदि सभी विद्यार्थी स्वावलंबन की शिक्षा का आचरण करें, तो वे जीवन में किसी भी क्षेत्र में असफल नहीं हो सकते हैं। 
उत्तर - जो विद्यार्थी अपना काम स्वयं करने की शिक्षा ग्रहण कर लेता है, वह जीवन में आने वाली हर परिस्थिति का सामना कर सकता है। काम करने का अभ्यास होने के कारण वह अपनी आवश्यकता की वस्तुएँ जुटा सकता है।  वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होता है; अतः जीवन के किसी क्षेत्र में असफल नहीं होता।

3. सही उत्तर पर सही का निशान लगाइए -
(क) स्वावलंबन का पर्याय है -
परावलंबन  
आलंबन  
आत्मनिर्भरता 
निरूपण 

(ख) स्वावलंबी पुरुष सिंह किसे कहा गया है ?
जो अपना कर्तव्य जानता है 
जो उद्यमी व परिश्रमी होता है 
जो परम बलशाली होता है 
जो निरंकुश होता है 

(ग) मानव जीवन की प्राथमिक अवस्था है -
विद्यार्थी जीवन 
वन्य जीवन 
किसानों का जीवन 
मजदूरों का जीवन 

(घ) विद्यार्थियों को विद्या अध्ययन के साथ-साथ धन अर्जित करने के साधन जुटाने चाहिए ताकि - 
वे स्वावलंबी बन सके 
वे अपनी क्षमता प्रदर्शित कर सके 
समय-समय पर माता-पिता के भार को हल्का कर सके 
वे किसी भी विपत्ति का मुकाबला कर सके 

() वह मजदूर कौन था जो अपने परिश्रम से इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बन गया ?
विंस्टन चर्चिल 
आर्थर 
जॉन एल बेयर्ड 
मैक्डोनल 






















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Milan Tomic

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