निकुंज हिंदी पाठमाला 2
पाठ - 6 मुर्गा और लोमड़ी प्रश्नोत्तर
पाठ का सार
एक लोमड़ी की नजर पेड़ पर बैठे हुए मुर्गे पर पड़ी। उसने बड़े प्यार से मुर्गे को नीचे आकर घूमने-फिरने के लिए कहा। मुर्गे ने साफ़ कहा कि खूँखार जानवरों से डरकर वह पेड़ पर बैठा है। लोमड़ी ने उसे समझाया कि जंगल में सभी जानवरों में समझौता हो गया है कि कोई किसी पर हमला नहीं करेगा। मुर्गे ने दूर देखने का नाटक करते हुए लोमड़ी को बताया कि कुछ शिकारी कुत्ते इधर आ रहे हैं। बस फिर क्या था लोमड़ी बहाना बनाकर भाग खड़ी हुई।
प्रश्न - १ लोमड़ी कहाँ से जा रही थी ?
उत्तर - लोमड़ी एक गाँव के रास्ते से जा रही थी ।
प्रश्न - लोमड़ी क्यों घबरा गई ?
उत्तर - लोमड़ी शिकारी कुत्तों के आने की बात सुनकर घबरा गई ।
प्रश्न - ३ लोमड़ी ने भागने से पहले क्या कहा ?
उत्तर - "ऐसी बात है ? अच्छा ! क्षमा करना मित्र, मैं चली ।"
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