कक्षा 6 पिटारा कहानियों का (पी. पी. पब्लिकेशन)
पाठ 4 गुस्से की दवा प्रश्न/उत्तर
1. केदार बाबू मुँह लटकाए क्यों बैठे थे?
उत्तर- मुँह लटकाए इसलिए बैठे थे क्योंकि उनका चाँदी जड़ा हुक्का टूटकर सात टुकड़े हो गया था।
2. मास्टर जी ने केदार बाबू को गुस्सा शांत करने का क्या नुस्खा बताया?
उत्तर- मास्टर जी ने केदार बाबू को गुस्सा शांत करने के लिए सौ तक गिनती एक साँस में गिनने का नुस्खा बताया।
3. बीच सड़क पर केदार बाबू को जोर-जोर से गिनती गिनती देखकर लोगों ने क्या समझा?
उत्तर- बीच सड़क पर केदार बाबू को ज़ोर-ज़ोर से गिनती गिनते देखकर लोगों ने समझा कि यह कोई पागल है या इसकी तबीयत अचानक खराब हो गई है।
4. मास्टर जी ने क्या दार बाबू की गली से गुजर ना क्यों छोड़ दिया?
उत्तर- केदार बाबू के गुस्से से डरकर मास्टर जी ने उनकी गली से गुजरना छोड़ दिया।
सही कथन के सामने () और गलत के सामने (X) लगाइए-
१. केदार बाबू बड़े क्रोधी स्वभाव के थे। ()
2. केदार बाबू का चाँदी-जड़ा हुक्का गिर कर टूट गया था। (X)
3. अचानक एक लकड़ी की गेंद तेजी से आकर केदार बाबू के टखने में लगी। ()
4. केदार बाबू ने सड़क पर बैठकर गिनती गिननी शुरू कर दी।
()
5. गिनती पूरी होने पर केदार बाबू का गुस्सा और बढ़ गया। ()
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