निकुंज हिंदी पाठमाला 5
कक्षा 5
कक्षा 5
गोयल ब्रदर्स प्रकाशन
पाठ 1 कविता
एक-एक
बन जाता है हाथ।
एक-एक की ताकत देखो,
चलो हमारे साथ।
एक-एक बच्चा मिलता तो,
बन जाती कक्षा सारी।
एक-एक जब फूल खिला तो,
महक उठी सारी फुलवारी।
एक-एक प्राणी से मिलकर,
बन जाती दुनिया विशाल है।
एक-एक क्षण मिल जाता,
बन जाता फिर महाकाल है।
एक-एक भारतवासी से,
मिलकर बनता हिंदुस्तान।
भाषा जाति धर्म कोई हो,
एक है भारत देश महान।
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